जिराफस किएक देखल जाइत अछि?
जिराफ एक अजगरता और महानतम स्तनपायी है। इसकी लम्बाई लगभग 6 या 7 मीटर तक हो सकती है और वजन लगभग 800 किलोग्राम तक पहुंच सकता है। यह पशु साफ़े और खुले मैदानों में रहता है और उच्च पेड़-पौधों को चबाने के लिए अपनी लंबी गर्दन का उपयोग करता है। जिराफ अपनी विशालकाय बॉडी और लंबी गर्दन के कारण वन के राजा कहलाता है।
जिराफ की विशेषताएं व शारीरिक गुणधर्म इतने विचित्र हैं कि इसे केवल इतने ही शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। उसकी कतार में सबसे पहली विशेषता यह है कि इसकी विशालकायता इसे और किसी भी जानवर से अलग बनाती है। जिराफ की गर्दन लगभग 1.5 या 1.8 मीटर लंबी होती है और इसकी गर्दन का औसत वजन लगभग 40 किलोग्राम होता है। इस गर्दन में संकलित ट्राईकोसेरों और हड्डियों की एक कटार होती है, जो इसे इतनी अद्वितीय बनाती है।
जिराफ का मुख्य भोजन पेड़-पौधों, पत्तियों और टहनियों का होता है। यह वन में चलता हुआ, अपनी अद्वितीय गर्दन की मदद से, ऊँची ऊँची शाखाएं छटने के लिए उठता है। जिराफ के दांत पाळे के पत्ते होते हैं, जिनकी सहायता से वह वन के पेड़ों की टहनियों को फाँद़कर उनके अधिकांश भागों को छानता है। जिराफ उच्च दांतों के साथ जन्म लेता है, जो कीटनाशकों के संकेत के रूप में प्रयोग होते हैं।
जिराफ एक आवासीय पशु है और उन्हें बहुत बड़े अखरोट व कठाल स्वरूप की खाद्य पदार्थ की जरूरत होती है। इसके प्रकार ने कार्यकशालाओं के रूप में सम्पूर्ण वन का खुमच छानते हुए इसकी विशेषताएं आजमायी हैं। यह वन में लम्बी अवधियों तक आवासीय रहता है और धीरे-धीरे एक नये इलाके की ओर बढ़ता है।
इस प्रकार, जिराफ एक अद्वितीय पशु है जो अपनी विशालकायता और लंबी गर्दन के कारण चेहरों पर मुस्कान ला सकता है। यह पशु कला, विज्ञान और मानवीयता का उच्च स्तर नहीं सिखा सकता, लेकिन हमें यह याद दिला सकता है कि विशेषताएं हमेशा प्रस्तुत होती हैं और इसी वजह से इस प्रभावशाली जानवर के बारे में और अधिक जानना हमारा कर्तव्य होता है। जिराफ के सवाल पर चर्चा करते हुए, इसके बारे में हम और कुछ ज्ञानवर्धक तथ्य जान सकते हैं।