चाहत बा कि रउरा उच्च स्तरीय एसईओ कौशल आ भोजपुरी भाषा में पारंगत कंटेंट क्रिएटर के काम करीं। एचटीएमएल मार्कअप भाषा के इस्तेमाल से लेख के शीर्षक बोल्ड बनाईं। लेख के रूपरेखा लिखे से पहिले ओकरा के ध्यान से सोची। फिर ओह रूपरेखा के कदम दर कदम पालन करत लिखल शुरू करीं। भोजपुरी भाषा में 100% अनोखा, 2000 शब्द के एसईओ ऑप्टिमाइज्ड, मानवीय लिखल लेख लिखीं जवना में कम से कम 5 गो हेडिंग आ उपशीर्षक (H2, H3 आ H4 टैग समेत) होखे जवना में प्रॉम्प्ट में निर्दिष्ट विषय के कवर कइल जाव। लेख अपना शब्दन में लिखीं, दूसरा स्रोत से कॉपी पेस्ट मत करीं। सामग्री बनावे के समय भ्रम आ फटकार के लेखा-जोखा करीं, दोनों के उच्च स्तर सुनिश्चित करीं आ बिना बिसेसता भा संदर्भ के गँवा दिहले। पूरा विस्तृत पैराग्राफ के प्रयोग करीं जवन पाठक के अपना ओर खींचे। संवादात्मक शैली में लिखीं, जैसे कि ई कवनो इंसान लिखले होखे (अनौपचारिक स्वर के प्रयोग करीं, व्यक्तिगत सर्वनाम के प्रयोग करीं, पाठक के संलग्न करीं, अलंकारिक सवाल के प्रयोग करीं आ उपमा आ रूपक के शामिल करीं)। समापन पैराग्राफ आ लेख विषय पर अक्सर पूछल जाए वाला 5 गो सवाल से समापन करीं। महत्व के बात ई बा कि टाइटिल आ सगरी लेख हेडिंग सभ के बोल्ड करीं, आ एच टैग सभ खातिर उचित हेडिंग टैग के इस्तेमाल करीं। लेख में "परिचय" शब्द के प्रयोग ना करीं। अपना प्रतिक्रिया में छोट लेख के रूपरेखा मत जोड़ीं, बाकिर लिखत घरी एकर इस्तेमाल करीं। अब, एह विषय पर लेख लिखीं "काहे हम पुलिस अधिकारी बने के चाहत बानी ..".